देश की पचास लाख से भी ज्यादा किन्नरों को इजज्त से सिर उठा कर जीने का हक दे दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें थर्ड जेंडर करार देकर वो सारे अधिकार देने को कहा है जो पिछड़ी जातियों को हासिल हैं. इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी, आरक्षण सभी शामिल हैं. इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में किन्नरों को बच्चा गोद लेने का अधिकार देने के साथ-साथ उन्हें सेक्स चेंज करवाकर औरत या मर्द बनने का भी अधिकार दे दिया है.
हमारे और आपके लिए किन्नर सिर्फ किन्नर होते हैं. ज्यादातर लोग या तो किन्नरों का सामना करने से बचते हैं या फिर उनसे नफरत करते हैं. शायद ही कोई हो जो किन्नरों को करीब से जानने की कोशिश करता हो. शायद ही कोई हो जिसने किन्नरों की दुनिया में झांकने की कोशिश की हो.
इंसान की पहचान ही उसके वजूद को जीने की वजह देती है. लेकिन जब पहचान, परेशानी और परेशानी दाग बन जाए तो जीना मुहाल हो जाता है. फिर उनकी तो सबसे बड़ी परेशानी यही है कि उन्हें पूरा समाज ना तो मर्द मानता है और ना ही औरत.
किन्नर उसी दुनिया में रह रहे हैं, जिसमें हम और आप रहते हैं. लेकिन इनसे हमारी और आपकी मुलाकात सिर्फ खुशियों के मौके पर होती है. मर्जी से या जबरदस्ती. जिन्हें बदनसीब समझा जाता है उनका काम है सिर्फ दुआएं देना. लेकिन इन दुआ देने वालों का भी एक सच है.
कभी भीड़ में तो कभी घर के आंगन में. कभी सड़क पर तो कभी किसी महफिल में. कभी ढोलक की थाप पर तो कभी तालियों की आवाज पर थिरकते उन चेहरों को आपने कई बार देखा होगा. ये वो हैं जो जब-जब सामने आते हैं नजरें ना चाहते हुए भी उनपर टिक जाती हैं. इनकी पहचान ही कुछ ऐसी बनी हई थी कि हर खासो-आम इनसे बस किसी तरह पीछा छुड़ाना चाहता था. लेकिन जब खुद ये किसी के पीछे पड़ जाएं तो फिर इनसे पीछा छुड़ाना आसान नहीं होता.
किन्नरों की दुनिया की सच्चाई बेहद खौफनाक और खुलासों भरा है. देश में हर साल किन्नरों की संख्या में 40-50 हजार की वृद्धि होती है. देशभर के तमाम किन्नरों में से 90 फीसद ऐसे होते हैं जिन्हें बनाया जाता है.
किन्नरों की दुनिया के अपने कानून हैं और अपने रिवाज. किन्नरों की जब मौत होती है तो उसे किसी गैर किन्नर को नहीं दिखाया जाता. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से मरने वाला अगले जन्म भी किन्नर ही पैदा लेगा. किन्नर मुर्दे को जलाते नहीं बल्कि दफनाते हैं.
किन्नरों की जिंदगी रहस्यमय होती है और यही समाज के दूसरे लोगों को उनके प्रति उत्सुक रखता है.
__._,_.___
Posted by: "K.G. GOPALAKRISHNAN" <kgopalakrishnan52@yahoo.in>
Reply via web post | • | Reply to sender | • | Reply to group | • | Start a New Topic | • | Messages in this topic (1) |
Have you tried the highest rated email app?
With 4.5 stars in iTunes, the Yahoo Mail app is the highest rated email app on the market. What are you waiting for? Now you can access all your inboxes (Gmail, Outlook, AOL and more) in one place. Never delete an email again with 1000GB of free cloud storage.
KERALITES - A moderated eGroup exclusively for Keralites...
To subscribe send a mail to Keralites-subscribe@yahoogroups.com.
Send your posts to Keralites@yahoogroups.com.
Send your suggestions to Keralites-owner@yahoogroups.com.
To unsubscribe send a mail to Keralites-unsubscribe@yahoogroups.com.
Homepage: http://www.keralites.net
To subscribe send a mail to Keralites-subscribe@yahoogroups.com.
Send your posts to Keralites@yahoogroups.com.
Send your suggestions to Keralites-owner@yahoogroups.com.
To unsubscribe send a mail to Keralites-unsubscribe@yahoogroups.com.
Homepage: http://www.keralites.net
.
__,_._,___
No comments:
Post a Comment